देश की राजधानी दिल्ली हमेशा से ही देश का ऐतिहासिक और राजनीतिक केंद्र रहा हैं। अंग्रेज हो या फिर मुगल दिल्ली सबको रास आती थीं। कई राजा महाराजाओं की राजधानी दिल्ली भारत के इतिहास के कई महत्वपूर्ण पलो को संजोए हुए हैं। चाहे वो स्वतंत्र भारत का पहला ध्वजारोहण हो या एशिया की पहली कॉमनवेल्थ गेम्स, दिल्ली सबकी साक्षी रही है। राजा महाराजाओं का शहर दिल्ली अपने ऊंचे -ऊंचे इमारतों और आश्चर्यचकित कर देने वाली सुंदर स्थलाकृत्यों के लिए पूरे विश्व में जानी जाती हैं। हर वर्ष हजारों पर्यटक दिल्ली के जरिए भारत के इतिहास को जानने के लिए आते हैं। यमुना नदी के किनारे बसा ये शहर जहां भारतवर्ष के सभी महत्वपूर्ण फैसले लिए जाते हैं, अपनी राजकीय छवि के कारण पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता हैं। इस आर्टिकल के माध्यम से हम दिल्ली की उन प्रमुख स्थानों यानि Famous Tourist Places in Delhi के बारे में जानेंगे जो यहां आने वाले लोगो के मन में एक अमिट छाप छोड़ती है।
लाल क़िला
दिल्ली के चांदनी चौक इलाके में स्थित लाल क़िला भारत के गौरवपूर्ण इतिहास का प्रमुख धरोहर है। मुगल शासन में बनी ये अद्भुत इमारत आज भी दिल्ली आने वाले पर्यटकों के लिए मुख्य आकर्षण स्थल हैं | कई ऐतिहासिक पलो की साक्षी इस इमारत को यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट का दर्जा 2007 में दिया गया। यमुना नदी के पश्चिमी तट पर स्थित ये इमारत 255 एकड़ के क्षेत्रफल में फैली हुई हैं। इसके अंदर कई सुंदर बगीचे है ।
इसके कई भाग मुगल शासन के महत्वपूर्ण यादों को समेटे है।मुग़ल बादशाह शाहजहाँ द्वारा दिल्ली में 1648 में लाल किले का निर्माण करवाया गया जिसकी भव्यता और वास्तुकला लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है | इसकी इसी खूबसूरती को देखने के लिए लाखों पर्यटक रोजाना यहाँ आते हैं | लाल किले में और भी कई इमारतों का निर्माण करवाया गया जैसे; दीवान ए आम , दीवान ए खास और मोती मस्जिद आदि |
यही वो स्थान है जहाँ से देश के प्रधानमंत्री स्वंतंत्रता दिवस (15 अगस्त ) के दिन देश के लोगों को सम्बोधित करते हैं |
- Timing: 6:00 AM to 9:00 PM (Monday Closed)
- Ticket: Indian -35/- , Foreigner – 550/-
- Nearest Metro Station: Chandni Chowk
राष्ट्रपति भवन
दिल्ली के रायसीना हिल्स पर स्थित राष्ट्रपति भवन दिल्ली का एक मुख्य पर्यटन स्थल यानि Famous Tourist Places in Delhi है। राष्ट्रपति भवन को अंदर से देखना पहले आम लोगो के लिए संभव नहीं था, परंतु 2012 से इसे आम लोगो के लिए खोल दिया गया जिससे हर देशवासी भारत के इस अनमोल धरोहर को काफी करीब से जान सकता हैं। राष्ट्रपति भवन यूरोपीय और भारतीय स्थापत्य कला का एक अनमोल संगम हैं।321 एकड़ में फैले इस इमारत के अंदर 300 से अधिक कमरे हैं जो अपने राजकीय पहचान के साथ -साथ आधुनिकता से लैस हैं।मुगल गार्डन के करीब एक बैंक्वेट हॉल है जहाँ 100 से अधिक गेस्ट्स बैठकर खाना खा सकते है। भवन के मध्य गुबंद के नीचे दरबार हॉल स्थित है। इस हॉल में राष्ट्रपति के द्वारा कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
भारत के मुख्यन्यायधीश का सपथ ग्रहण समारोह यही आयोजित होता है।इसके अलावा राष्ट्रपति द्वारा दिए जाने वाले कई सम्मान इसी हॉल में दिए जाते हैं। इस हॉल में महात्मा गांधी और देश के भूतपूर्व राष्ट्रपतियों की तस्वीरे है। इसमें एक महात्मा बुद्ध की प्रतिमा है जो लगभग 5 शताब्दी ईसा पूर्व पुरानी है। राष्ट्रपति भवन में एक गिफ्ट हॉल भी है जिसमे माननीय राष्ट्रपति को मिली हुई सभी उपहारों का संग्रह हैं। यहां महाराजा जार्ज पंचम और महारानी विक्टोरिया के चांदी के बने 2 सिंहासन भी है। यहाँ स्थित अशोका हॉल की सुंदरता आपको मंत्रमुग्ध कर देगी। इस हॉल में राष्ट्रपति विदेशी अतिथियों तथा अपने मुख्य अतिथियों का स्वागत करते हैं।
अगर आप मुग़ल गार्डन के आकर्षक दृश्यों को निहारना चाहते हैं और राष्ट्रपति भवन घूमना चाहते हैं तो आम जनता के लिए 01 दिसंबर 2022 से राष्ट्रपति भवन सप्ताह में पाँच दिन खुलेगा | आप बुधवार , वीरवार , शुक्रवार , शनिवार और रविवार ही घूमने जा सकते हैं और मुग़ल गार्डन के मनमोहक दृश्यों का आनंद उठा सकते हैं | आप लोग समयनुसार सुबह 10 बजे से 11 बजे , 11 बजे से 12 बजे , 12 बजे से 1 बजे और 2 बजे से 3 बजे तक ही जा सकते हैं |
- Timing: 10:00 AM to 3:00 PM
- Ticket: 50 Rs.
- Nearest Metro Station: Central Secretariat
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अक्षरधाम मंदिर
दिल्ली में स्थित अक्षरधाम मंदिर,हिंदू धर्म के सबसे बड़े मंदिरों में से एक हैं। ये भव्य मंदिर भगवान स्वामीनारायण जी को समर्पित हैं। यह मंदिर अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन से कुछ दूरी पर स्थित हैं। इस मंदिर में भगवान स्वामीनारायण जी की 11 फूट ऊंची प्रतिमा हैं। मुख्य प्रतिमा के अलावा यहाँ हिंदू देवी -देवताओं की लगभग 20,000 प्रतिमाएं है। गुलाबी बलुई पत्थर और मार्बल से बना ये मंदिर अपनी भव्यता और सुंदरता से यहां आने वाले लोगो मंत्रमुग्ध कर देती हैं। इस मंदिर में बड़े- बड़े 10 गेट हैं जिनकी सुंदरता देखने लायक हैं।इस मंदिर में प्रवेश भक्तिद्वार से किया जाता हैं। मंदिर प्रांगण में प्रवेश करने के बाद यहां भगवान स्वामी नारायण के पैरों की छाप हैं जिसके लोग दर्शन करते इस मंदिर में आने वाले सभी दर्शनार्थियों का मुख्य आकर्षण बिंदु यहां होने वाली फाउंटेन शो होती हैं। मधुर संगीत और खूबसूरत लाइटों के साथ होने वाली ये फाउंटेन शो यहां आने वाले दर्शकों को बहुत पसंद आती है। बच्चे इसका काफी लुफ्त उठाते हैं। दिल्ली का ये अक्षरधाम मंदिर अध्यात्म और आकर्षण का अद्भुत संगम हैं।
- Timing: 10:00 AM to 6:30 PM
- Ticket: Free
- Nearest Metro Station: Akshardham Metro Station
इंडिया गेट
प्रथम विश्व युद्ध में शहीद हुए भारतीय सैनिकों की याद में बनाया गया इंडिया गेट देश की जवानों के अदम्य साहस और बलिदान का प्रतीक हैं। दिल्ली आने वाले हर व्यक्ति के मन में इंडिया गेट आने की चाहत होती हैं। 42 मीटर ऊंचा ये स्मारक दिल्ली के महत्पूर्ण पर्यटन स्थलों में से एक हैं। इसके आस- पास के बाग- बगीचे पिकनिक के लिए दिल्लीवासियों की पहली पसंद हैं। इस स्मारक पर लगभग 13000 सैनिकों के नाम लिखे हुए है जो 1919 के अफगान युद्ध में शहीद हुए थे।शाम के वक्त इंडिया गेट रंगीन रौशनी में सराबोर हो जाता हैं। यह अनुपम दृश्य पर्यटकों को काफी पसंद आता हैं। इंडिया गेट की सुबह भी एक अनूठा ऐहसास दिलाती हैं। जब सूरज इंडिया गेट के बीच से होते हुए इसके ऊपर जा के राजपथ पर चमकता है तो उस दृश्य को देखने वाला हर व्यक्ति आत्मविभोर हो जाता है।
- Timing: 10:00 AM to 9:00 PM
- Ticket: Free
- Nearest Metro Station: Central Secretariat
लोटस टैंपल
बहाई धर्म से जुड़ा यह मंदिर दिल्ली के कालकाजी मेट्रो स्टेशन के करीब स्थित हैं। इस मंदिर में सभी धर्मो, जातियों और समुदायों के लोग प्रार्थना करने आते है। मंदिर की आकृति बाहर से कमल की तरह हैं। इसे 27 सफेद मार्बल को पंखुड़ीनुमा आकृति में सजाकर बनाया गया हैं। यह मंदिर अपनी अद्भुत कलाकृति के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध हैं। मंदिर प्रांगण में एक तालाब हैं। मंदिर के अंदर 2500 लोगो के बैठने की सुविधा हैं। मंदिर के अंदर कोई प्रतिमा नही है। यह मंदिर सभी धर्मो के समावेश का अद्भुत नमूना हैं।
- Timing: 8:00 AM to 5:00 PM
- Ticket: No Entry Fee
- Nearest Metro Station: Kalkaji Metro Station
हुमायूँ का मकबरा
हुमायूँ का मकबरा दक्षिण एशिया का पहला चारबाग शैली उद्यान मकबरा है | ये मकबरा यमुना नदी के किनारे बसा हुआ है जो हज़रत निजामुद्दीन दरगाह के निकट पड़ता है | और जिसे हुमायुँ की पत्नी हमीदा बानो बेगम के द्वारा वर्ष 1569 में बनवाया गया | इस मकबरे में बड़े पैमाने पर लाल बलुआ पत्थर और सफ़ेद संगमरमर का प्रयोग हुआ है | और यह मकबरा अपनी मुग़ल वास्तुकला , डिज़ाइन , सांस्कृतिक महत्व के कारण विश्वप्रसिद्ध है जिसे देखने देश विदेश से रोजाना लाखों पर्यटक आते रहते हैं|
इसे वर्ष 1993 में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में शामिल किया गया | हुमाँयु का मकबरा भारतीय स्थापत्य कला का एक बेहतरीन नमूना पेश करता है जिसमें चारबाग शैली देखने को मिलती है | इस मकबरे में मुग़ल साम्राट हूमाँयु के अलावा उनकी पत्नी , उनके पुत्र के साथ- साथ और भी मुग़ल सम्राटों की कब्रें शामिल हैं |
- Timing: 6:00 AM to 6:00 PM
- Ticket: Indian -35/- , Foreigner – 550/-
- Nearest Metro Station: Jor Bagh
क़ुतुब मीनार
क़ुतुब मीनार जो दिल्ली के महरौली क्षेत्र में स्थित है और जिसका निर्माण कुतुबदीन ऐबक ने वर्ष 1199 में शुरू करवाया और इसका नाम मुस्लिम सूफी संत ख्वाजा कुतुबदीन बख्तियार काकी के नाम पर रखा गया | इसकी कुल ऊंचाई 72 मीटर यानि (239 फ़ीट ) है जो इसे भारत की सबसे ऊँची मीनार बनाती है | इसके बाद इल्तुतमिश ने तीन और मंजिल बनवायी और बाकि का काम फ़िरोज़ शाह तुगलक ने करवाया | लाल किले की तरह इसे भी यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल में शामिल किया है |
क़ुतुब मीनार के धरोहर स्थल पर और भी कई मीनार और इमारतें मौजूद हैं जो हमें दिल्ली सुल्तनत के इतिहास से रूबरू करवाती हैं | इन इमारतों में शामिल हैं अलई मीनार , अलई दरवाजा , कुवुत उल इस्लाम मस्जिद एवं लोह स्तंभ आदि | ये Famous Tourist Places in Delhi में से एक है | क़ुतुब मीनार का इतिहास , नक्काशी , और धरोहर स्थल होने से रोजाना की संख्या में पर्यटक आते रहते हैं |
- Timing: 7:00 AM to 5:00 PM
- Ticket: Indian -35/- , Foreigner – 550/- (No Entry fee of 15 Years of Age Child .)
- Nearest Metro Station: Chandni Chowk
गुरुद्वारा श्री बंगला साहिब
दिल्ली में अगर आप सिखों के पवित्र धाम घूमना चाहते हैं तो आप गुरुद्वारा श्री बंगला साहिब जा सकते है यह धार्मिक स्थल होने के साथ साथ एक पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित है | ये गुरुद्वारा हनुमान रोड , कनॉट प्लेस में स्थित है | यह गुरुद्वारा सिखों के आठवें गुरु श्री हरी किशन के उपलक्ष्य में बनवाया गया था | गुरुद्वारा बंगला साहिब के परिसर में एक पवित्र सरोवर , एक पुस्तकालय , और एक विद्यालय भी है | समय समय पर गुरूद्वारे में लंगर (सामुदायिक भोजन ) भी परोसा जाता है |
गुरद्वारा बंगला साहिब में आटोमेटिक मशीन लगाई गई हैं जो संगत में आए लोगों के लिए लंगर आसानी से बनाया जा सके | गुरूद्वारे में प्रवेश करने से पहले आपको अपने जूते -चप्पल काउंटर पर जमा करने पड़ते हैं और उसके बाद आपको अपने पैर धोकर रुमाल से अपने सिर को ढककर जाना होता है |
- Timing: 24 Hours
- Ticket: No Entry Fee
- Nearest Metro Station: Rajiv Chowk
जामा मस्जिद
दिल्ली के प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों में जामा मस्जिद भी शुमार है जो भारत की सबसे बड़ी मस्जिद है जिसे मुगल बादशाह शाहजहाँ ने 1656 में बनवाया था | बलुआ पत्थर और सफ़ेद संगमरमर से निर्मित यह मस्जिद दिल्ली में घूमने आए लोगों के लिए एक प्रमुख जगह है जिसमें आपको तीन द्वार देखने को मिलेंगे लेकिन आप सिर्फ उत्तर और दक्षिण वाले द्वार से ही प्रवेश कर सकते हैं | जामा मस्जिद से आप लाल किले को भी देख सकते हैं क्योंकि लाल किले से जामा मस्जिद की दुरी महज 500 मीटर है | इस मस्जिद में कई मेहराब और गुम्बद बने हुए हैं जिसके कारण मस्जिद और भी शानदार दिखती है |
- Timing: 7:00 AM to 6:30 PM
- Ticket: Indian -50/- , Foreigner – 300/-
- Nearest Metro Station: Jama Masjid Metro Station
जंतर मंतर
अगर आप खगोल विज्ञान में रूचि रखते हैं तो आपको दिल्ली में जंतर मंतर अवश्य जाना चाहिए | जंतर मंतर दिल्ली दिल्ली का एक प्रमुख पर्यटन स्थल है | जंतर मंतर कोई आम जगह नहीं है यहाँ पर ऐसे कई यन्त्र लगाए गए हैं जिसकी मदद से सूर्य और सभी ग्रहों की स्थिति का पता लगाया जा सकता है | ऐसे यंत्र जो सूर्य की स्थिति को नापकर दिन का समय बता सकता है | जंतर मंतर दिल्ली के कनॉट प्लेस में स्थित है जिसका निर्माण 1724 में राजा जय सिंह ने करवाया और राजा जयसिंह ने दिल्ली के अलावा मथुरा , जयपुर , वाराणसी और उज्जैन में भी इसका निर्माण करवाया |
- Timing: 6:00 AM to 6:00 PM
- Ticket: Indian -15/- , Foreigner – 200/-
- Nearest Metro Station: Patel Chowk
मुग़ल गार्डन
देश की राजधानी दिल्ली में रायसीना पहाड़ी पर स्थित राष्ट्रपति भवन के पश्चिम छोर पर मुग़ल गार्डन स्थित है जिसमें आप तरह तरह के खूबसूरत फूलों को देख सकते हैं | जब ब्रिटिश वास्तुकार एडवर्ड लुटियंस ने राजपथ का नक्शा तैयार किया तो इसके साथ ही मुग़ल गार्डन भी तैयार किया जो 13 एकड़ के कुल क्षेत्रफल में फैला हुआ है 300 बौने पौधे और ट्यूलिप के 10000 पौधों को एक साथ देख सकते हैं | यह गार्डन घूमने के लिए आप सुबह 9 :30 बजे से 5 बजे तक जा सकते हैं और सोमवार के दिन यह गार्डन बंद रहता है |
अगर आप मुग़ल गार्डन के आकर्षक दृश्यों को निहारना चाहते हैं और राष्ट्रपति भवन घूमना चाहते हैं तो आम जनता के लिए 01 दिसंबर 2022 से राष्ट्रपति भवन सप्ताह में पाँच दिन खुलेगा | आप बुधवार , वीरवार , शुक्रवार , शनिवार और रविवार ही घूमने जा सकते हैं और मुग़ल गार्डन के मनमोहक दृश्यों का आनंद उठा सकते हैं | आप लोग समयनुसार सुबह 10 बजे से 11 बजे , 11 बजे से 12 बजे , 12 बजे से 1 बजे और 2 बजे से 3 बजे तक ही जा सकते हैं |
- Timing: 10:00 AM to 3:00 PM
- Ticket: No Entry Fee
- Nearest Metro Station: Central Secretariat
इस्कॉन टेम्पल
इस्कॉन टेम्पल दिल्ली में हिन्दुओं का एक पवित्र धार्मिक स्थल है जो भगवान कृष्ण को समर्पित है | इस मंदिर में जाने पर आपको एक अलग तरह का एहसास होता है चारों तरफ हरे राम हरे कृष्ण का नाम ही तन मन में गूंजता है | इस मंदिर की खूबसूरती और नक्काशी इस प्रकार की गयी है की यहाँ पर रोजाना की संख्या में लाखों पर्यटक इस मंदिर को देखने आते हैं | मंदिर में एक संग्रहालय भी है जहाँ पर महाभारत और रामायण के कहानियों को दिखाया जाता है | यह मंदिर पूरी तरह से भगवान श्री कृष्ण और राधा को समर्पित दिल्ली के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है |
- Timing: 5:00 AM to 9:00 PM
- Ticket: No Entry Fee
- Nearest Metro Station: Nehru Place (Violet Line)
वॉर मेमोरियल
वॉर मेमोरियल यानि युद्ध स्मारक जैसा की इसके नाम से ही पता चलता है कि ये स्मारक युद्ध में शहीद हुए भारतीय सैनिकों की याद में बनाया गया | ये स्मारक इंडिया गेट के आसपास बनाया गया है जिसे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 2019 में देश को समर्पित किया | आज़ादी के बाद शहीद हुए भारतीय सैनिकों के नाम यहाँ पथरों पर लिखे गए हैं |22 जनवरी 2022 को अमर जवान ज्योति को इंडिया गेट से ले जाकर नेशनल वॉर मेमोरियल में स्थापित कर दिया गया | | यह वॉर मेमोरियल उन सभी वीर सैनिकों के बलिदान का प्रतीक है जिन्होंने 1962 , 1965 ,1971 ,1987 और 1999 (कारगिल युद्ध ) में अपने देश के प्रति जान न्योछावर कर दी |
- Timing: 9:00 AM to 7:30 PM
- Ticket: No Entry Fee
- Nearest Metro Station: Central Secretariat
लोधी गार्डन
लोधी गार्डन दक्षिणी दिल्ली में स्थित एक बहुत ही सुन्दर और बेहतरीन पार्क है जिसे लोधी वंश द्वारा 15 वीं शताब्दी में बनवाया गया और इसमें सैय्यद और लोधी वंश के कई सुल्तानों की कब्रें हैं | यह गार्डन कुल 90 एकड़ में फैला हुआ है लोधी गार्डन के अंदर ही सिकंदर लोधी और मुहम्मद शाह के मकबरे भी मौजूद है जिन्हे उन्ही के बेटों द्वारा बनवाया गया | आप सूरज की किरणों के साथ इस गार्डन का आनंद उठा सकते है |
- Timing: 6:00 AM to 7:30 PM
- Ticket: No Entry Fee
- Nearest Metro Station: Jor Bagh & JLN Metro Station
सफदरजंग का मकबरा
दिल्ली में कई मकबरे मौजूद हैं जो हमें अपने इतिहास से रूबरू करवाते हैं और मुग़ल वास्तुकला की एक झलक पेश करते हैं | मुग़ल काल में बानी ज्यादातर इमारतों में लाल बलुआ पत्थर और संगमरमर का प्रयोग हुआ है |सफदरजंग का मकबरा मुग़ल बादशाह मुहम्मद शाह के प्रधानमंत्री सफदरजंग की याद में सुजा-उद-दौला ने 1754 में बनवाया था | इसे मुग़ल वास्तुकला का एक उत्कृष्ट एवं अंतिम नमूना माना जाता है और इसे हूमाँयु के मकबरे की तर्ज पर बनाया गया था | ये मकबरा दिल्ली के प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थलों में से एक है | सफदरजंग का मकबरा मुग़ल की वास्तुकला और संस्कृति को दर्शाता है | अगर दिल्ली घूमने आए हो तो सफदरजंग का मकबरा अवश्य घूमना चाहिए इससे आपको भारतीय इतिहास के कई अनसुने पहलु सुनने को मिल जाएंगे |
- Timing: 7:00 AM to 6:00 PM
- Ticket: Indian -15/- , Foreigner – 200/-
- Nearest Metro Station: Jor Bagh
अगर आप भी कभी दिल्ली गये हो तो अपना अनुभव हमारे साथ साझा करे। इन सभी स्थानों में से वो कौन सा वो स्थान है जो आपको सबसे ज्यादा पसंद आया।
हमने आपको इस आर्टिकल में Famous Places in Delhi बता दिया और मुझे उम्मीद है की आपको हमारे द्वारा दी गई यह जानकारी पसंद आई होगी इसलिए इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ जरूर शेयर करें | और हमने इस वेबसाइट पर मेघालय की यात्रा के बारें में भी बताया है आप चाहें तो उसे भी पढ़ सकते हैं |