Travelling with Kids यानी बच्चों के साथ बाहर घूमने का प्लान बना रहें है तो उससे पहले ब्लॉग पढ़ना आपके लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। नहीं नहीं ऐसी बात नहीं है कि मैं आपको ऑफर दे रहा हूँ कि आपके बच्चों को मैं संभाल लूंगा। अब बच्चों के सामने आप बार बार ट्रेवल करने की बात करेंगे तो मन तो उनका भी कर ही जाएगा ट्रेवल करने का और वैसे भी मौसम हो चुका है घूमने का, बच्चों के छुट्टियां तो कब से चल रही है। बात यह है कि घर पड़ बैठे हो चुके हैं बच्चे बोर, अब उनको भी चाहिए वही पुराने वाला फन वन्स मोर!

कोरोना दुनिया भर में एक अलग तरह की बीमारी होने का रूप धारण कर चुका है। जो खत्म होने का नाम ही लेने को तैयार नहीं। WHO के मुताबिक यह बीमारी से बच्चों और बुजुर्गों को अपने चंगुल में ले रहा है तो इन्हें इस बीमारी से बचने के लिए सावधानी बरतनी होगी। कोरोना के कारण देश में बीते कई महीनों से लॉकडाउन किया गया था, जिसे अब अनलॉक कर दिया गया है। हालांकि अभी भी सरकार बच्चों और बुजुर्गों पर ध्यान देने को जोर दे रही है क्योंकि संक्रमण अभी भी काफी तेजी से फैल रहा है।

दोस्तों इस ब्लॉग के माध्यम से मैं आपको वो सभी टिप्स दूंगा जिससे आप अपने बच्चों के साथ सही से ट्रेवल करने का मजा ले सकें ताकि आगे जब भी आप Travelling with Kids करें तो आपको इस ब्लॉग की बातें आप फॉलो कर सकें। ‘बच्चे मन के सच्चे’ यह लाइन कई बार सुनी है आपने भी जरूर सुनी होगी। इसी सच्चे मन से वो जब भी अपनी बाहर जाने की इच्छा बताएंगे तो उन्हें मना न करके जरूर लेकर जाएं।  सिर्फ आगे ब्लॉग में दिए गए Travelling with Kids Tips को फॉलो करें। इस ब्लॉग में हर उम्र के बच्चों के लिए ट्रेवल में ध्यान रखने के लिए टिप्स देने की कोशिश की गई है।

Travelling with Kids Tips (age 1months to 3 years)

Travelling with Kids age 1 month to 3 years
Travelling with Kids age 1 month to 3 years

दोस्तों जब बच्चों की उम्र 1 महीने से 3 साल के बीच होती है तो उनकी पूरी देखभाल का जिम्मा माता पिता का होता है। वैसे तो सलाह इसी बात की रहेगी कि कोरोना महामारी से खुद को और साथ ही अपने बच्चों को बचाने के लिए बाहर न निकलें। लेकिन अगर बाहर निकलना जरूरी ही है तो नीचे दिए गए कुछ जरूरी बातों को ध्यान में रखें।

1. कोरोना महामारी से बचने के लिए जरूरी चीज जैसे कि हैंड सैनिटाइजर, टिशू पेपर को जरूर साथ में लेकर चलें। बच्चों के लिए साथ में छोटे ग्लव्स जरूर लें।

2.मौसमी कपड़ो को साथ में जरूर लें। अगर आपके डेस्टिनेशन में ठंड है तो बच्चों के लिए एक्स्ट्रा गर्म कपड़े जरूर लें ताकि कीटाणुओं से बच्चों को बचा सके। क्योंकि ठंड जैसे मौसम में ही वायरस के कीटाणु ज्यादा एक्टिव होते हैं।

3. घर का खाना साथ में जरूर लें। क्योंकि कोरोना के वक्त बाहर खाना सही नहीं क्योंकि वहां से कोरोना या अन्य तरह की बीमारियों का शरीर में एंट्री मारना आसान हो जाता है।

4. ध्यान दें बच्चे किन चीजों को छूते हैं या छू सकते हैं तो उसको पहले से ही सैनिटाइजर का इस्तेमाल कर साफ रखें। यहां तक जब बच्चे को वॉशरूम लेकर जाना हो तो उस जगह को पहले साफ करें।

Travelling with Kids Tips (Age 3 to 10 years)

Travelling with Kids age 3 to 10 years
Travelling with Kids age 3 to 10 years

अब बात करते हैं 3 साल से 10 साल तक के बच्चों की। इन उम्र के बच्चों को आपको समझाना होगा। बेशक इन उम्र के बच्चें होते छोटे हैं लेकिन शरारत में बेहद आगे। इनको आपको आदत डलवानी होगी मास्क और हैंड सैनिटाइजर की। इसमें कुछ सावधानियां वहीं बरतनी होगी जो आपने छोटे तीन साल तक के बच्चों के लिए फॉलो करेंगे या किए होंगे। मास्क हमेशा यूज़ एंड थ्रो वाले इस्तेमाल कीजिए क्योंकि कहीं घूमने जाते हैं तो आपको वहां कपड़े धोने का समय नहीं मिलता तो इससे बेहतर यूज़ एंड थ्रो मास्क ही रहेंगे। इस उम्र के बच्चों का ध्यान आप नीचे दिए गए सुझावों से कर सकते हैं।

1. बच्चों से उन्ही के लेवल में बात करके कोरोना महामारी के बारें में डिटेल में बताएं। उनके अंदर का डर बातों से निकाला जा सकता है। उन्हें मास्क पहनने की आदत डलवाएं और हैंड सैनिटाइजर का नियमित इस्तेमाल करना सिखाएं।

2. बच्चों के लिए स्पेशल पर्सनल किट दिलवाएं जिसमें उनका मास्क एवं हैंड सैनिटाइजर जरूर रखें। साथ ही साथ उनके जरूरी सामान भी इसमें रखें जा सकते हैं।

3. वे चीजें का ध्यान रखें कि बच्चे किस किस चीजों को छू रहे हैं अगर पॉसिबल हो तो आप उसे वाइप करें। उस जगह को हैंड रब से या सेलाइन वाटर से साफ करें। इससे उस जगह के कीटाणु नष्ट हो जाएंगे।

Travelling with Kids Tips (Age 10-15 years)

इस उम्र के बच्चे बाकियों के उम्र के बच्चों से तुलना करें तो यह समझदार कैटेगरी में आ जाते हैं। लेकिन फिर भी इन्हें समझाने का जिम्मा आपके अंदर आता है। अपने बच्चों को कोरोना से बचने के टिप्स शेयर करें।

1. इन्हें मास्क अपने साथ रखने को कहें। साथ ही कुछ टिश्यू भी ताकि उसका नियमित तौर पर इस्तेमाल कर सकें।

2. इनकी घर के खाने की ओर रुचि बढ़ाने की जरूरत है। इस उम्र के बच्चे अधिकतर पिज़्ज़ा बर्गर में रुचि रखते हैं अगर आप यही खाना घर पर बना सके तो इनका यही खाने की तलाशी बाहर खत्म हो जाएगी।

इसके आगे उम्र के बच्चे हमारा पिछला ब्लॉग Travelling Safety Tips को फॉलो कर सकते हैं, जिसमें आपको कोरोना में ट्रेवल करने के जरूरी टिप्स साझा किए गए हैं।

अब बात करते हैं कुछ ऐसे टिप्स की जो बच्चों के पेरेंट्स को जरूरी ध्यान देना है। वैसे तो ब्लॉग में ऊपर की तरफ लिख दिया गया है कि बच्चों को समझाए कोरोना से डरने का नहीं उसको हराया जा सकता है लेकिन बच्चें है उन्हें डर लग सकता है या कुछ गलतियां हो सकती है। तभी आपको बच्चों के साथ ट्रेवल(Travelling with Kids) करते हुए ज्यादा चौंकना रहना होगा। आप नीचे दिए गए टिप्स को फॉलो करके कुछ हद तक सेफ्टी पा सकते हैं। आज के जमाने में गारंटी एक ब्लॉग से न लें।

1. कोरोना के समय में ट्रेवल में सबसे जरूरी बात जो आपको ध्यान रखनी है वे है कोरोना की कंडीशन। आसान भाषा में कहा जाए तो आपको सबसे पहले तो अपनी जगह और जहाँ जाना है वहाँ के कोरोना के हालातों के बारे में जानकारी जरूर होनी चाहिए। अगर केस की गिनती ज्यादा है तो न जाना ही बेहतर है।

2. किसी भी टूर पर आप निकलते हैं तो आपको अपना प्रोग्राम पहले ही बनाना चाहिए यानी कि डेस्टिनेशन में कहाँ रुकना है होटल बुक करवाके रखें। अगर ट्रैन बस जिस भी ट्रांसपोर्ट से जाना है उसके मुताबिक सेटिंग करें।

3. साथ में फर्स्ट एड किट लेकर जाना न भूलें, जिसमें जरूरी दवाइयां बैंडेज होना ही चाहिए बाकी आज के वक्त उसमें हैंड सैनिटाइजर और मास्क भी रख लें। इसमें बच्चों के लिए ग्लूकोज़ पाउडर ले सकते हैं यह बच्चों का ग्लूकोज़ मेन्टेन करने में मदद करता है।

4. सभी कपड़े मौसम के मुताबिक रखें, अगर गर्मी में निकल रहे हैं तो गर्म मौसम के कपड़े और अगर अभी कुछ दिनों में निकलने का प्लान है तो स्वेटर जरूर लें।

दोस्तों यह थे कुछ जरूरी टिप्स जो आप बेजीझक अपना सकते हैं जब भी Travelling With Kids करें।

TripwithRajesh आपके ट्रेवल से जुड़ी हर समस्या का हल बताने के लिए तैयार रहता है तो ऐसे ही पढ़ते रहें और घुम्मकड़ी को जिंदाबाद करते रहें।

धन्यवाद।

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