नैनीताल (झीलों का शहर)

Nainital Tourism Places
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नैनीताल का ख्याल मन में आते ही एक अजीब सी हलचल होती है। यहां का नजारा इतना मनमोहक है कि नाम सुनते ही एक बार जाने का मन तो जरूर करता है। नैनीताल ताल तलैया का शहर है। आपको भी कभी मौका मिले तो तू जरूर इस शहर के मनमोहक दृश्य का लुफ्त उठाइए। आइए आपकी हम शैर नैनीताल शहर की कराते हैं। सबसे पहले हम जानते हैं कि नैनीताल कैसे पहुंचा जाए। दिल्ली से नैनीताल लगभग 310 किलोमीटर दूर है । हवाई जहाज की यात्रा करना चाहते हैं तो नैनीताल का नजदीकी हवाई अड्डा पंतनगर में है । पंतनगर एयरपोर्ट से नैनीताल 70 किलोमीटर दूर है । दिल्ली से पंतनगर के लिए फ्लाइट उपलब्ध है परंतु इसका एक स्टॉप देहरादून में भी है, जो करीब 1 घंटे का रास्ता है । ऐसे में फ्लाइट एक बेहतर विकल्प नहीं है नैनीताल आने के लिए । अगर आप ट्रेन से आना चाहते हैं तो नैनीताल का नजदीकी रेलवे स्टेशन काठगोदाम है । काठगोदाम से नैनीताल (Nainital) का रास्ता 35 किलोमीटर दूर है, यहां से आपको टैक्सी भी मिल जाती है (1500-2000 रुपए में) । अगर आप दिल्ली से आना चाहते हैं तो बस सुविधाएं भी सुचारू रूप से मिलती हैं। नैनीताल पहुंचने से पहले खुरपा ताल एक जगह पड़ती है जहां आप कुछ देर समय बिता सकते हैं यह खुरपाताल नैनीताल के साइड सीनों में से एक है । नैनीताल पहुंचने के बाद पार्किंग की सुविधा पर्याप्त है।अगर आप भूगोल की बात करें तो नैनीताल दो हिस्सों में बटा हुआ है तल्लीताल और मल्लीताल। इन दोनों जगहों पर ठहरने के लिए अच्छे खासे होटलों की सुविधा भी उपलब्ध है। माल रोड तल्लीताल और मल्लीताल के बीच की कड़ी है जो दोनों जगहों को आपस में जोड़ती है। यहां से साइट सीन आसानी से देखने को मिलता है।इसके अलावा आप अल्मोड़ा भी घूम सकते है यह भी एक प्रमुख आकर्षण केंद्र है |

नैनीताल में कहां-कहां घूमने जाए?- Nainital me Ghumne ki jagah


नैना देवी मंदिर (Nainital)

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Image Source: Google(Nainital Tourism)

यह बहुत ही सुंदर मंदिर है। मल्लीताल में स्थित है। यहां एक गुरुद्वारा भी स्थित है एक स्पोर्ट ग्राउंड भी है। इस स्पोर्ट्स ग्राउंड के ठीक दूसरी तरफ जामा मस्जिद। नैनीताल में एक साइड में माल रोड है तो उसके बराबर में ठंडी सड़क नाम से साथ ही साथ एक रोड चलती है। वहां आप सुबह शाम आनंद और मस्ती कर सकते हैं। इन सबके अलावा आप कैथोलिक चर्च भी जा सकते हैं। इसमें किसी तरह का एंट्री टिकट भी नहीं है यानी बिल्कुल फ्री। आप वहां बूटिंग भी कर सकते हैं अगर आप 4 सीटर वोट लेते हैं तो उसका दाम लगभग ₹210 पड़ेगा। नैनीताल जाना ही चाहता है नैनी झील के लिए अगर आप बूटिंग नहीं करते हैं तो आपका सफर अधूरा माना जाता है। इसके अलावा आप माल रोड पर भी घूम सकते हैं किसी प्रकार का कोई चार्ज नहीं लगता। आप नैनीताल (Nainital) के चिड़ियाघर को भी घूमने जा सकते हैं यहां जाने का रास्ता माल रोड से ही जाता है। जू का टिकट लगभग ₹100 हैं। चिड़ियाघर खुलने का समय सुबह 10:00 से शाम 4:30 बजे पीएम है। माल रोड से यह सभी जगह वाकिंग डिस्टेंस पर है। इसके अलावा Nainital me Ghumne ki jagah और भी बहुत सारी घूमने की जगह है |

गोरखा खाल मंदिर (Ghorkha khal mandir in Nainital)

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इसे घंटे वाला मंदिर भी कहा जाता है इस टेंपल और नैनीताल (Nainital) के बीच की दूरी 17 किलोमीटर है यहां की यात्रा आप टैक्सी से तय कर सकते हैं। कैंची धाम- कैंची धाम भी एक प्रसिद्ध जगह है यहां काफी लोग घूमने आते हैं यह एक खूबसूरत जगह है यहां साथ में एक नदी भी बहती रहती है।


भीमताल (Bhimtaal in hindi)

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भीमताल नैनीताल जैसा ही है भीमताल नैनीताल (Nainital) से बहुत ही छोटा है यहां पर खाने-पीने की अच्छी चीजें उपलब्ध हैं आप वोटिंग भी कर सकते हैं। यहां आप वॉटर एक्टिविटी भी कर सकते हैं जैसे -वॉटर बॉल । जिसका चार्ज ₹200 है बारगेनिंग करके इसे आप कम भी करा सकते हैं ।

नोकुछीया ताल (Naukuchiya Tall in Nainital in hindi)

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यह एक बहुत बड़ी लेक है । यहां अब वोटिंग से संबंधित एक्टिविटी भी कर सकते हैं यहां आप स्टेट फूड एंजॉय कर सकते हैं यह सभी स्पॉट 15 से 20 किलोमीटर पर है। आप इन सभी स्पॉट को आसानी से एक ही दिन में घूम सकते हैं , नैनीताल के अन्य जगहों पर जाने के लिए आप बाइक भी रेंट पर ले सकते हैं इसका चार्ज लगभग 500 से ₹2000 है। वोटिंग के अलावा आप पैराग्लाइड का भी लुत्फ़ उठा सकते हैं आप अपनी फोटो शूटिंग भी करा सकते हैं। इन सभी स्पोर्ट्स की दूरी नैनीताल से अगर देखी जाए तो 15 से 16 किलोमीटर किलोमीटर के अराउंड सभी स्पोर्ट्स के अलग-अलग हैं। एक साथ कवर करने के लिए आपको 70 से 75 किलोमीटर की दूरी तय करनी होगी जिसमें भीमताल 9 कुचिया ताल गोरखा थाल टेंपल 7 सातताल ऐसे बड़े-बड़े प् प्लीज आप घूम पाएंगे।

नैनीताल के खास भोजन -Best Food in Nainital

खाने के मामले में आपको नैनीताल में किसी भी तरह की दिक्कत नहीं होगी हर तरह की फूड फैसिलिटी आसानी से उपलब्ध है। जानते हैं नैनीताल की कुछ प्रमुख फूड के बारे में।

आलू के गुटके– अगर आप नैनीताल घूमने जाना चाहते हैं तो आलू के गुटके का चटपटा स्वाद लेना ना भूले। आलू के गुटके एक कुमाऊनी रेसिपी है। जो कि आलू से बनती है। जो कि एक बहुत ही स्वादिष्ट डिश है। इसे चखने के बाद आपको पहाड़ी जायका मिलेगा। खाने में बहुत ही चटपटी होती है।


गुलगुला -गुलगुला एक मीठी डिस है। जो आटे और गुड़ से तैयार की जाती है। इसे भी लोग बड़े चाव से खाते हैं। मीठा खाने के जो शौकीन है वह जरूर इस डिस को जरूर खाएं।


बाल मिठाई– यह उत्तराखंड की प्रसिद्ध मिठाई है। यह मिठाई भुने हुए खोये से बनाई जाती है। खो ये को गुड़िया चीनी के साथ पकाया जाता है।


अरसा – नैनीताल घूमने जाने वाले टूरिस्ट और सब को भी खाना काफी पसंद करते हैं। एक प्रसिद्ध डीश है। भांग की चटनी या तिल की चटनी-उत्तराखंड के कुमाऊ गढ़ में भांग की चटनी दाल चावल रोटी पूरी आदि के साथ खाई जाती है। और यह हम आपको बता दें कि यह चटनी नशीली ही नहीं होती है।

मडुए की रोटी – आपने आटा मक्का बाजरा आदि की रुकी तो जरूर खाई होगी ।लेकिन इस बार अपनी नैनीताल की ट्रिप पर की रोटी आवश्यक ट्राई करें मडुआ एक स्थानीय अनाज है ।और इसकी रोटी भूरे रंग की बनती है। इस रोटी को यहां के लोग भांग या तिल की चटनी के साथ खाना पसंद करते हैं । जो कि नशीली
नहीं होती है।


कुमाऊनी रायता -लंच के बाद रायका को अपने खाने में शामिल करने का मजा कुछ और ही हो जाता है। क्या आप जानते हैं कि नैनीताल कह रहा था अन्य जगह किराए तो उसे अलग तरीके से ही बनाया जाता है। यह रायते छाछ से ही नहीं बनता छाछ की क्रीम से बनता है। जिससे यह काफी गाढ़ा बनता है।


नैनीताल घूमने का सही समय -Nainital

घूमने के लिए आने वाले पर्यटकों का ताता हमेशा नैनीताल में लगा रहता है लेकिन सबसे ज्यादा टूरिस्ट अप्रैल और मई महीने में आते हैं । क्योंकि समर वेकेशन का मौका होता है। प्ले में गर्मियां होती है तो नैनीताल का मौसम और भी सुहाना और मनमोहक देखने को मिलता है। अगर आप स्नो फॉल्स देखना चाहते हैं तो इसका नजारा आप दिसंबर जनवरी और फरवरी में देखने को मिलता है। स्नोफॉल यहां कम ही देखने को मिलता है। तो यह रही आपकी पूरी यात्रा नैनीताल की।

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